Colour

Colour

The quality of a visible substance other than the size which is experienced only by the eyes. From light, we see something. Hey, he gives a sense of colours. So color is actually a mental sensation, such as taste or aroma. Two objects of the same size have different experience colors. The vision of man goes first on coloured objects.

There are two types of colours:-
 1.Primary color
 2.secondary color

रंग

आकार से भिन्न किसी दृश्य पदार्थ का वह गुण जिसका अनुभव केवल आंखों से ही होता है। प्रकाश से हम किसी वस्तु को देखते हैं। अरे कहां से हैं रंगों का बोध कराती है। अतः रंग वास्तव में एक मानसिक अनुभूति है, जैसे स्वाद या सुगंध। एक ही आकार की दो वस्तुओं का अलग-अलग अनुभव रंग से होता है। मनुष्य की दृष्टि रंगीन वस्तुओं पर पहले जाती है।
रंग दो प्रकार के होते हैं:-
 १.प्राइमरी रंग
 २.सेकेंडरी रंग।

Primary color.

 Primary color is the color in which the automatic natural warmth is humming, i.e., the colour in which no other colours are adulterated. The main color is three
 Scarlett Red
 Lemon Yellow,
 Ultramarin Blue

प्राइमरी रंग

 प्राइमरी रंग वह रंग है, जिसमें स्वत स्वाभाविक अपनापन गुन हो,यानी जिस रंग में किसी अन्य रंगों का मिलावट ना हो। मुख्य रंग तीन है :-
स्कारलेट रेड,
लेमन येलो,
अल्ट्रामैरिन ब्लू

Secondary color. 


Mixing two or more main colours prepares other colours. Which is called secondary colour. Like orange, violet, green, pink brown, verdoori etc.

सेकेंडरी रंग।


 दो या दो से अधिक मुख्य रंगो को मिलाने से अन्य रंग तैयार होता है। जिसे सेकेंडरी रंग कहते हैं। जैसी नारंगी, बैगनी, हरा, गुलाबी, भूरा इत्यादि।

Color mixture. 


 The character mixture means a combination of color. The second color is formed when one color is mixed with another color. The colours are mixed with each other and make many colours. The disproportionate mixture of colours and the grip of the girl students of colours are very cautious. Color table-

Red +yellow=orange
Red + blue = purple.
Yellow + blue = green.


Color mixture.


  When the white color is mixed in red, the red is converted into a lighter color, so the white joining in the second color also becomes a lighter color of the same color respectively.

वर्ण मिश्रण। 


वर्ण मिश्रण का अर्थ हे रंग का मेल है। एक रंग को दूसरे रंग से मिलाने पर दुसरा रंग बनता है। रंगों का एक दूसरे के साथ मिला- मिला कर अनेक रंग बनाते हैं।रंगों का अनुपातिक मिश्रण तथा रंगों का छात्राओं की पकड़ कलाकार अत्यधिक सतर्कता से करते हैं। रंग तालिका-

लाल +पीला=नारंगी।
लाल+नीला=बैंगनी।
पीला+नीला=हरा।

 लाल रंग में श्वेत रंग मिलाने पर लाल हल्के रंग में परिवर्तित हो जाता है, वैसे ही दूसरी रंग में भी श्वेत मिलाने से क्रमशः उसी रंग का हल्का रंग बन जाता है।

Other terms about colour:-


Colour Gradation

The thickness of colour creates many shades or colour fluctuations, respectively, to lighter colours. As a little water is added to the red colour, the red redness decreases. Mixing more water content gradually will reduce redness. Thus, it is called red fluctuations or gradation.

Colour Gradation

रंग का चढ़ाव-उतार। 


रंग का गाढापन से क्रमशः हल्का रंग तक अनेक शेड या रंग के उतार-चढ़ाव बनते हैं। जैसे-गाड़ा लाल रंग में थोड़ा पानी मिलाने पर लाल रंग की लालिमा घट जाती है। क्रमशः अधिक पानी की मात्रा मिलाने से लालीपन कम होता जाएगा। अतः यह लाल रंग के चढ़ाव-उतार या ग्रेडेशन कहलाता है।

Contrast color.

 The more pronounced difference of colours that shows the distinction is called contrast color. The color that produces the opposite expressions are the same as the opposing colours. Blue vs orange, red vs green, etc.

बिरोधी रंग। 

जो रंगों का अधिक स्पष्ट अंतर भेद दिखाता है उसे विरोधी रंग कहते हैं। जो रंग विपरीत भाव उत्पन्न करे वही विरोधी रंग हैं जैसे। नीला का नारंगी, लाल का हरा इत्यादि।


Color combination. 


The use of colours is a combination of the right order, which is used to enjoy the form of a color combination. That is, it is a color combination to use colours in a proper way.

रंग संयोजन।

 रंगों का उपयोग सही क्रम के संयोजन, जो रूप में निखार उत्पन्न कर आनंद प्रदान करें उसे रंग संयोजन कहते हैं। अर्थात रंगों का प्रयोग सही तरीके से करना ही रंग संयोजन है।

Transparent color. 


The colour that appears across is called transparent colour. For example, if the second color is plated over one color, the first color will appear. That perfection will not hide. The use of such colours is called transparent colour.

पारदर्शक रंग। 


जो रंग आरपार दिखाई पड़े उसे पारदर्शक रंग कहते हैं। उदाहरण, एक रंग के ऊपर यदि दूसरा रंग चढ़ाया जाए, तो पहला रंग दिखाई पड़ेगा। वह पूर्णता छिप नहीं जाएगा। ऐसी रंगो की प्रयोग को पारदर्शक रंग कहते हैं।

Monochrome. 


A painting which is a picture of the same colour made by different shades of light or dark color called monochrome.

मोनोक्रोम। 


वैसी पेंटिंग जो हल्की या गहरे रंग के विभिन्न छायाओं द्वारा एक ही रंग की बनी हुई चित्र मोनोक्रोम कहलाता है।

Texture.

 Textures are the level of roughness, reticulated, smoothness or softness of the outer surface of the form or shape. Such as the thorny surface of litchi and jackfruit, the skin level of the labour's gangli muscle. Thus, showing the medium of colours of different levels is called texture.

टेक्सचर। 

रुप या आकार की बाहरी सतह के खुरदुरेपन , जालीदार, चिकनेपन या कोमलता के स्तर को टेक्सचर कहते हैं। जैसे- लीची तथा कटहल के कांटेदार वाहरी सतह ,मजदूर की गठिली मांसपेशी की त्वचा का स्तर। इस प्रकार विभिन्न स्तरों के रंगों के माध्यम को दर्शाना टेक्सचर कहलाता है।
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